पति वशीकरण मंत्र

पति वशीकरण मंत्र
पति वशीकरण मंत्र

पति वशीकरण मंत्र

पति वशीकरण मंत्र, दांपत्य जीवन में खुशहाली पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम-संबंध की मधुरता और एक-दूसरे के प्रति भावनाओं के मान-सम्मान मजबूत बने रहने पर निर्भर करता है। कई बार उनके बीच किसी दूसरे व्यक्ति के आ जाने से दांपत्य में कड़वाहट भर जाती है।

पति वशीकरण मंत्र
पति वशीकरण मंत्र

अक्सर ऐसा तभी होता है जब पति किसी दूसरी औरत के चक्कर में पड़ जाता है। इस स्थिति में पति के मन-मिजाज को समझना जितना जरूरी होता है, उससे कहीं अधिक जरूरत उसे काबू में रखने के लिए ‘पति वशीकरण मंत्र’ का उपाय करने की है। इसके लिए वैदिक रीति के अतिरिक्त तांत्रिक और काले जादू तक के टोने-टोटके तक बताए गए हैं।  अचूक असर वाले कुछ उपाय इस प्रकार हैंः-

कामदेव वशीकरण मंत्रः

ज्यादातर पुरुष अपनी पत्नी के रहते हुए दूसरी औरत के चक्कर में यौन संतुष्टि के लिए  पड़ जाते हैं। ऐसे पति को रोकने के लिए उसपर कामदेव वशीकरण मंत्र का प्रयोग करना चाहिए। वह मंत्र हैः-  ऊँ कामदेवाय विद्यहे रति प्रियायै धीमहि टैनो अनंग प्रचोदयात!!

इस मंत्र का 11 दिनों तक नियमित रूप से आधी रात को 108 बार जाप करना चाहिए। भगवान कामदेव को स्मरण करते हुए मात्र इसके जाप से ही पति को एक हफ्ते के भीतर ही सम्मोहित किया जा सकता है। मंत्र जाप की शुरूआत शुक्रवार से करें।

इसके अतिरिक्त पति से मतभेद होने की स्थिति में शुक्रवार के दिन शहद से भरी एक छोटी शीशी में पति की तस्वीर डालें। उसके ढक्कन को अच्छी तरह से बंदकर बिस्तर के नीचे दबा दें और फिर मन ही मन इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र- ऊँ नमः कमाख्या देव्याय मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहाः ! ऐसा तब तक करते रहें जब तक कि पति के बात-व्यवहार में आपके प्रति बदलाव नहीं दिखने लगे।

अचूक मंत्रः

बिगड़े से बिगड़े, या कहें परस्त्री के चक्कर में पड़े  हुए पति को निम्नलिखित मंत्र के जरिए सही किया जा सकता है। इसके लिए विधि-विधान से एक अनुष्ठान किया जाना चाहिए।

आवश्यक सामग्रीः कच्चा दूध, कपूर, चंदन की लकड़ी, काला धागा, पति के सिर का थोड़ा बाल, पीपल के छोटे पेड़ की डंठल, सादा कागज, लाल स्याही की पेन और दो छोटी इलायची।

विधिः इस अूचक वशीकरण के उपाय में वैदिक रीति से मंत्र जाप और टोटका, दोनों मिले हुए हैं। मां  भगवती की आधी रात को पूजा की जाती है। उसके बाद टोटका भी अपनाया जाता है। पहले सफेद कागज पर नीचे दिए गए मंत्र को लिखें और उसपर पति के बाल को रखकर चार तह में मोड़ लें। पीपल के लचीले डंठल से उसे लपेटकर काले धागे से बांध दें। कच्चे दूध भरे एक ग्लास में कपूर का छोटा टुकड़ा डाल दें और उसमें धागा बंधे कागज डुबोने के बाद दो इलायची भी डालें।

ग्लास को दोनों हाथ से पकड़कर मंत्र का 151 बार जाप करें। जाप के समय अमुक शब्द की जगह पति का नाम लें। अनुष्ठान पूरा होने के बाद दूध को पीपल के पेड़ की जड़ में डाल दें तथा बची सामग्री को वहीं मिट्टी के नीचे दबा दें। दूध की इलायची को संभाल कर रखें और सुखाकर उसे पति के किसी प्रिय खाने के व्यंजन में मिला कर परोस दें।

मंत्रः  ऊँ नमो भगवती उग्ररूपिणी!

उज्जयनी महाकाली ‘अमुक’ वशीकरण पर्दे!!

क्लीम जीवराशि कुआजो मेरे पगतरे करो,

मेरे वषय विषय न करो तो आदि काल भौरव की आन!!

पति सुधारक मंत्र

किसी औरत के चक्कर में पड़े पति को उससे मुक्त करवाने और उसके दिल में अपनी जगह बनाने के लिए नीचे दिए मंत्र का उपयोग विधि-विधान से करें। इस अनुष्ठान के पूर्ण होते ही पति के दिल में पत्नी के प्रति बेइंतहा प्रेम जागृत हो जाती है और दूसरी औरते से पूरी तरह मोहभंग हो जाता है।

मंत्रः ऊँ नमो भगवते श्रीसूर्याय ह्रीं सहस्त्र-किरणाय ऐं अतुल-बल-प्राक्रमाय,

नवग्रह-दिश-दिक-पाल-लक्ष्मी-देव-वाय,

धर्म-कर्म-सहितायै (पति का नाम) नाथाय नाथय, मोहाय, मोहाय

आकर्षय आकर्षय दासानुदासं कुरु कुरु, वश कुरु – कुरु स्वाहाः!!

इस मंत्र की सिद्धि के लिए आवश्यक समाग्रियों के साथ वैदिक रीति से पूजा-पाठ किया जाना चाहिए।

समागीः सरसो तेल, दीपक, सफेद तिल, लाल कपड़ा, कुछ सूखी लकड़ियां, गुड़, चार नींबू, सिंदूर, और मंत्र जाप के लिए रूद्राक्ष या स्फटिक की माला।

विधिः किसी माह में शुक्रवार की रात्री को घर के एकांत स्थान में इस विधि को करें। सबसे पहले लकडियों को जला लें। उसके बाद मंत्र का 11 बार जाप करें। जलती आग में थोड़ा सरसो का तेल डालने के बाद इसी मंत्र का पुनः 121 बार जाप करें। जाप पूरा होने साथ ही स्वाहाः के बाद आग में सफेद तिल डालें।

सिंदूर को थोड़ा गीला कर अनामिका से नींबूओं पर अपना और पति का नाम लिखें। उन्हें लाल कपड़े के चारों कोने मंे बांध दें। कपड़े पर गुड़ रखें और उसे एक साथ बांध दें। उसे किसी सुनसान स्थान पर रख दें। ध्यान रहे इसका आयोजन पीरियड के दौरान नहीं करें, और न ही इसके बारे में किसी को बताएं।

मासिक धर्म से वशीकरण

ऊपर की विधियों में भले ही मासिक धर्म के दौरान अनुष्ठान करने की मनाही हो, लेकिन इस उपाय में मासिक धर्म को ही अचूक असर वाला बताया गया है। इसके लिए पका केला लें और उसके रस में सिंदूर के साथ मासिक धर्म के रक्त की कुछ बूंदें मिला दें। उसके बाद निम्नलिखित मंत्र का 1008 बार जाप करें। इस जाप को प्रतिदिन 144 बार के अनुसार सात दिनों में पूरा करें। इतने दिनों में मिश्रित सामग्री सूखकर पाउडर बन जाएगी। उसका बिंदी लगाएं और पति के सामने जाएं। जाप का मंत्र हैः-

नमो महा यक्षिणी मम पतंग बी मम वर्षम गुरु गुरु स्वाहा!

म्ंात्र जाप और टोटका

पति को वापस बुलाने का यह टोटका बहुत ही कारगर साबित हो सकता है यदि मनोयोग से ऊपर दिए गए मंत्र का एक सप्ताह तक सूर्योदय से पहले जाप किया जाए। प्रतिदिन का जाप 108 बार होना चाहिए। जाप के समय पति के पसंद की कोई मिठाई रखें और जाप पूर्ण होने पर सुबह के नाश्ते के साथ  परोस दें।

एक माह तक जाप

हर बात पर पत्नी की उपेक्षा करने वाले पति को वश में करने के लिए स्फटिक की माला के साथ सूर्योदय से पहले नीचे दिए मंत्र का एक माह तक जाप करें। इस दौरान गाय के घी का दीपक अवश्य जलाएं। प्रतिदिन मंत्र जाप 108 बार करें। उपाय के बारे पति को कुछ नहीं बताएं, बल्कि प्रसाद खिलाएं और भगवान की आरती लेने के लिए आग्रह करें। मंत्रः  ऊँ ह्रीं बांछितं में वशमानाय स्वः!

प्यार के लिए मोहिनी वशीकरण मंत्र

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वशीकरण विधि वशीकरण एक आद्यात्मिक कला है जिसको बहुत कठिन आत्मिक तपस्या के बल से प्राप्त किया जाता है. वशीकरण विधि को एक बार प्राप्त कर के आप अपना मनचाहा काम पल भर मे पूरा कर सकते हो.वशीकरण विधि का दुरूपयोग करने से ये विधि काम करना बंद कर देती है, इसलिए धारक को ये सलाह दे जाती है की वो वशीकरण विधि का वही उपयोग करे जहा इसकी वास्तव मे नेक कार्य मे जरुरत हो.किसी भी कार्य के अनुसार वशीकरण की अलग अलग विधि उपयोग मे लायी जाती है. एक वास्तव वशीकरण विधि धारक वो है जो समस्या को समझ के सही वशीकरण विधि का उपयोग करे.